लीवर में टॉक्सिन
जमा होने से बढ़ता है मोटापा, जानिये लक्षण और
रोकथाम Fatty liver, liver toxic
वजन बढ़ना :
जैसा कि आप जानते हैं कि लीवर ही शरीर का एक ऐसा अंग है जो वसा को मेटाबोलाइज करता है। जब लीवर सही तरीके से काम नहीं करता है तो फैट जमा होने लगता है जिसकी वजह से वजन बढ़ता है।
जैसा कि आप जानते हैं कि लीवर ही शरीर का एक ऐसा अंग है जो वसा को मेटाबोलाइज करता है। जब लीवर सही तरीके से काम नहीं करता है तो फैट जमा होने लगता है जिसकी वजह से वजन बढ़ता है।
एलर्जी :
एक हेल्दी लीवर एंटीबॉडी उत्पन्न करता है और यह एलर्जी को नष्ट करता है। जब लीवर सही तरीके से काम नहीं करता है तो शरीर एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को जमा करने लगता है। शरीर हिस्टामिन उत्पन्न करता है जो एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को नष्ट करता है। जब हिस्टामिन अधिक हो जाता है तो शरीर में खुजली और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
एक हेल्दी लीवर एंटीबॉडी उत्पन्न करता है और यह एलर्जी को नष्ट करता है। जब लीवर सही तरीके से काम नहीं करता है तो शरीर एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को जमा करने लगता है। शरीर हिस्टामिन उत्पन्न करता है जो एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को नष्ट करता है। जब हिस्टामिन अधिक हो जाता है तो शरीर में खुजली और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
थकान :
विषाक्त पदार्थ मसल्स टिश्यू के मेटाबोलिज्म में बाधा उत्पन्न करता है जिसके कारण शरीर में दर्द और थकान होती है। अधिक समय तक थकान रहने पर चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन और गुस्सा आता है। यह लीवर संबंधी बीमारियों का मुख्य लक्षण है। शरीर में अधिक विषाक्त पदार्थ होने का यह सबसे बड़ा लक्षण है।
विषाक्त पदार्थ मसल्स टिश्यू के मेटाबोलिज्म में बाधा उत्पन्न करता है जिसके कारण शरीर में दर्द और थकान होती है। अधिक समय तक थकान रहने पर चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन और गुस्सा आता है। यह लीवर संबंधी बीमारियों का मुख्य लक्षण है। शरीर में अधिक विषाक्त पदार्थ होने का यह सबसे बड़ा लक्षण है।
अधिक पसीना आना :
जब लीवर को अधिक श्रम करना पड़ता है तो लीवर के कार्य में कमी होने लगती है और लीवर बड़ा हो जाता है। चूंकि लीवर सबसे बड़ा अंग है इसलिए यह शरीर के अन्य अंगों को ऊष्मा देता है और ज्यादा पसीना निकलने पर शरीर अपने आप ठंडा हो जाता है।
जब लीवर को अधिक श्रम करना पड़ता है तो लीवर के कार्य में कमी होने लगती है और लीवर बड़ा हो जाता है। चूंकि लीवर सबसे बड़ा अंग है इसलिए यह शरीर के अन्य अंगों को ऊष्मा देता है और ज्यादा पसीना निकलने पर शरीर अपने आप ठंडा हो जाता है।
मुंहासे दूर नहीं होते हैं :
लीवर में विषाक्त पदार्थों के जमा होने से हार्मोन असंतुलित हो जाते है। जिसके कारण चेहरे पर मुंहासे निकलने लगते हैं। जब लीवर सुस्त पड़ जाता है तो त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। जब तक लीवर सही तरीके से काम नहीं करेगा तब तक इस समस्या से निजात पाने का कोई और तरीका नहीं है।
लीवर में विषाक्त पदार्थों के जमा होने से हार्मोन असंतुलित हो जाते है। जिसके कारण चेहरे पर मुंहासे निकलने लगते हैं। जब लीवर सुस्त पड़ जाता है तो त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। जब तक लीवर सही तरीके से काम नहीं करेगा तब तक इस समस्या से निजात पाने का कोई और तरीका नहीं है।
सांसों में बदबू :
मुंह पूरी तरह से साफ होने के बावजूद अगर आपकी सांसों में बदबू आती है तो आपके लीवर में समस्या है। यह लीवर संबंधी बीमारियों का मुख्य लक्षण है।
मुंह पूरी तरह से साफ होने के बावजूद अगर आपकी सांसों में बदबू आती है तो आपके लीवर में समस्या है। यह लीवर संबंधी बीमारियों का मुख्य लक्षण है।
लीवर की बीमारी के इलाज की विधि :
फैटी लीवर बीमारी उचित आहार लेने से ठीक हो सकती है। डेंडिलियन रूट, केला, स्वीट पोटैटो, लीवर और जिंजर रूट फैटी लीवर बीमारी के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
#betterhealth@udaipur
9116887688
फैटी लीवर बीमारी उचित आहार लेने से ठीक हो सकती है। डेंडिलियन रूट, केला, स्वीट पोटैटो, लीवर और जिंजर रूट फैटी लीवर बीमारी के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
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